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हर बला से महफूज रहने की दुआ
हर बला से महफूज रहने की दुआ – Har Bala Se Mehfooz Rehne Ki Dua, Wazifa, Amal, इस दुनिया मे आप कितना भी अच्छा काम क्यू न करे कोई न कोई आप से जलेगा जरूर, इसलिए आज हम आपको दुश्मन से महफूज रहने की दुआ और धोखे से बचने की दुआ बता रहे है. इसे हर तकलीफ से महफूज रहने की दुआ भी कहते है
Har Bala Se Mehfooz Rehne Ki Dua
इस दुनिया में हर इंसान की ज़िन्दगी में सुख और दुख आते रहते हैं। लेकिन कुछ लोग ऐसे होते है जिनकी ज़िन्दगी में केवल दुख, दर्द, परेशानियां, मुसीबते, बला और दिक्कतें ही आती है। वह चाहे कितने भी नेक और अच्छे काम कर ले, उनकी ज़िन्दगी से परेशानियां कभी खत्म नहीं होती।
इन परेशानियों से निजात पाने के लिए आप हर बला से महफूज रहने की दुआ का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस दुआ से आपकी सभी मुसीबतें धीरे-धीरे खत्म होनी शुरू हो जाएगी।
हर बला से महफूज रहने की दुआ आपको भविष्य में आने वाले संकटों से भी बचाएगी, साथ ही इससे आपकी ज़िन्दगी में एक नई उमंग और खुशियाँ भी आ जाएगी। चलिए हर बला से महफूज रहने की दुआ जान लेते हैं।
- जब भी आपके ऊपर कोई मुसीबत या बला आए तो आप यह बला से महफूज रहने की दुआ करें। इसके लिए आपको कुछ नीम के पत्तों और एक कोरे कागज की जरूरत पड़ेगी। अब किसी साफ कमरे में तन्हा होकर बैठ जाएँ। हर बला से महफूज रहने की दुआ में सबसे पहले 11 बार दुरूद ए शरीफ पढ़ें। अब एक कोरे कागज पर वे सभी बातें लिख दें, जिससे आपको परेशानी हो रही है। अब 121 मरतबा नीचे दी गई दुआ पढ़े-
अल्लाहुम मुनज़ीलल किताब, वा मुजरियस साहब वा हज़िमल हज़ब, इज़ीहुम अलाई हिम वा खाश अतिल असवातु लिर, रहमानी फल तसमू हमी
हर बला से महफूज रहने की दुआ पढ़ने के बाद आपको नीम के पत्ते लेने है और उन्हें उस कागज पर लिखी मुसीबतों पर अच्छे से रगड़ना है। नीम के पत्ते इस तरह रगड़े मानों आप मुसीबते मिटा रहे हो। हर बला से महफूज रहने की दुआ में इसके बाद वह कागज और नीम के पत्ते किसी मिट्टी में गड्ढा खोदकर दबा दें। इससे आपकी सारी बला हमेशा के लिए दूर हो जाएगी।
दुश्मन से महफूज रहने की दुआ
दुश्मन से महफूज रहने की दुआ – Dushman Se Mehfooz Rehne Ki Dua, Wazifa, Amal, Shar, अक्सर ऐसा होता है कि कोई व्यक्ति किसी बात की दुश्मनी निकालने के लिए गलत रास्तों का प्रयोग करने लगता है। यदि समय रहते ऐसे दुश्मनों को रोका ना जाए तो इससे आपके और आपके परिवार के ऊपर बड़ी बला या खतरा आ सकता है।
इन दुश्मनों से खुद को महफूज़ रखने के लिए आप दुश्मन से महफूज रहने की दुआ कर सकते है। इस दुआ से आपके दुश्मनों की सारी चाल उनके ऊपर उल्टी पड़ जाएगी, साथ ही उन्हें उनके गुनाहों की सजा भी मिल जाएगी।
ध्यान रखिए दुश्मन से महफूज रहने की दुआ का इस्तेमाल कभी भी गलत मकसद से नहीं करना है। जब आपके ऊपर कोई मुसीबत आए तभी इस दुआ का इस्तेमाल करें।
Dushman Se Mehfooz Rehne Ki Dua
- दुश्मन से महफूज रहने की दुआ आपको इंशा की नमाज से फारिख होकर करनी है। यदि वुज़ू ना बनी हो तो ताजा वुज़ू बना ले। दुश्मन से महफूज रहने की दुआ में सबसे पहले 11 बार दुरूद शरीफ पढ़े। इसके बाद आपको हमारे द्वारा बताई गई यह दुआ पढ़नी है-
या अल हिर्र हमर्र रहीमीन
यह दुआ आपको कम से कम 41 बार पढ़नी है। यदि आपके पास समय है तो दुश्मन से महफूज रहने की दुआ आप 121 या 300 बार भी पढ़ सकते है। इसके बाद अंत में आपको फिर से 11 बार दुरूद शरीफ पढ़ना है और अल्लाह से खुद को महफूज़ रखने की दुआ मांगनी है।
धोखे से बचने की दुआ
धोखे से बचने की दुआ – Dhoke Se Bachne Ki Dua, Wazifa, Amal, Upay, आज के समय में एक-दूसरे को धोखा देना जैसे आम बात हो गई है। अक्सर देखा जाता है कि प्यार मोहब्बत में लोग एक-दूसरे को बहुत धोखा देते है। साथ ही यह बात भी पूरी तरह से सत्य है कि जो लोग दिल से सच्चा प्यार करते है,
उन लोगों को ज़िन्दगी में सबसे ज्यादा धोखे मिलते है। एक बार यदि किसी व्यक्ति को धोखा मिल जाए तो उसका सभी लोगों पर से विश्वास उठ जाता है।
लेकिन पूरी दुनिया में हर व्यक्ति एक जैसा नहीं होता और कुछ बुरे लोगों के कारण अच्छे लोगों पर भरोसा करना बिल्कुल ना छोड़िए। इसके बावजूद यदि आपको किसी पर शक है तो आप धोखे से बचने की दुआ का इस्तेमाल कर सकते है।
यदि आपको किसी करीबी दोस्त या रिश्तेदार ने धोखा दिया है और चाहते है कि ऐसा आपके साथ फिर कभी ना हो तो एक बार धोखे से बचने की दुआ अवश्य पढ़े।
Dhoke Se Bachne Ki Dua
- धोखे से बचने की दुआ आपको हर जुमे को पढ़नी है। यह दुआ पढ़ते समय किसी प्रकार की गलती बिल्कुल नहीं होनी चाहिए। किसी भी वक्त की नमाज अदा करने के बाद आप यह दुआ पढ़ सकते है। धोखे से बचने की दुआ इस प्रकार है-
वा जलाना मिहियानी आयदहीम सद्दव अल मीन खलवहीम वूहू अशनाहूम फहूम ता युबसिरून
जिस दिन आप यह दुआ पढ़े, उस दिन कुछ जरूरतमंद लोगों की मदद अवश्य करें और कुछ भूखे लोगो को खाना भी खिलाए। ध्यान रहें, धोखे से बचने की दुआ महिलाओं को माहवारी के दौरान नहीं पढ़नी है।
हर तकलीफ से महफूज रहने की दुआ
हर तकलीफ से महफूज रहने की दुआ – Har Takleef Se Mehfooz Rehne Ki Dua, Wazifa, Amal, Upay, इस दुनिया में केवल एक अल्लाह ही है, जिस पर हम आँख बंद करके भरोसा कर सकते है। जब भी आपको कोई तकलीफ या परेशानी हो तो हर तकलीफ से महफूज रहने की दुआ पढ़े।
जब भी किसी व्यक्ति का बुरा वक्त चल रहा होता है, तो उसके ऊपर एक के बाद एक कई मुसीबते आती रहती है। इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए हम अल्लाह से मुराद करते है।
यदि आप अल्लाह पर विश्वास रखकर कोई भी दुआ करेंगे तो इंशाल्लाह वह जरूर कबूल होगी। आज हम आपको एक ऐसी ही हर तकलीफ से महफूज रहने की दुआ बता रहे है, जो आपके हर दर्द में मरहम का काम करेगी।
Har Takleef Se Mehfooz Rehne Ki Dua
- हर तकलीफ से महफूज रहने की दुआ आपको हर रोज़ रात को सोने से पहले और सुबह उठने के बाद पढ़नी है। इसके अलावा दिन में किसी भी समय जब भी आप तकलीफ में हो तो यह दुआ पढ़ सकते है। नीचे दी गई हर तकलीफ से महफूज रहने की दुआ को आप कितनी भी बार पढ़ सकते हैं-
बिस्मिल्लाहि यजुररु मस्मिही उन फ़िल अरज़ि फिस इल्लाही समीउल अलीम
यह दुआ पढ़ते समय आपको बेहद सुकून मिलेगा और मन को राहत भी मिलेगी। अगली बार जब भी आपके सामने कोई तकलीफ या परेशानी आए तो उससे खुद को महफूज़ रखने के लिए आप हर तकलीफ से महफूज रहने की दुआपढ़े, ऐसा करने से आपकी सारी दिक्कतें खत्म हो जाएगी।
Koi insaan chahe kitna bhi aacha q na ho, uske dusman har jagah milege, isliye aaj hum aapko Har Bala Se Mehfooz Rehne Ki Dua, Wazifa, Amal or Dushman Se Mehfooz Rehne Ki Dua, Wazifa, Amal, Shar ke bare mai batayege. Iske alawa aaj hum aapko Dhoke Se Bachne Ki Dua, Wazifa, Amal, Upay or Har Takleef Se Mehfooz Rehne Ki Dua, Wazifa, Amal, Upay bhi bata rahe hai, isliye dhayan se padhe or kuch bhi samaj mai nahi aaya hai to hamare expert se salah le.
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